पचपन तक तो फिर भी हाल ठीक है पचपन के बाद तो सब बेहाल है! पचपन तक तो फिर भी हाल ठीक है पचपन के बाद तो सब बेहाल है!
शर्मा जी का बेटा अक्की रेहड़ी पर खा रहा था मक्की। शर्मा जी का बेटा अक्की रेहड़ी पर खा रहा था मक्की।
पैमाने छलक रहे जो जवानी की धूल गली में छाई थी! पैमाने छलक रहे जो जवानी की धूल गली में छाई थी!
मन भावन पहेलियां घर परिवार का परमेश्वर पुरस्कार खजाना। मन भावन पहेलियां घर परिवार का परमेश्वर पुरस्कार खजाना।
जब पहुंचे पचपन में याद बहुत आया तब अपना बीता नायाब मदमस्त जमाना। जब पहुंचे पचपन में याद बहुत आया तब अपना बीता नायाब मदमस्त जमाना।
उम्र शरीर की होती है जनाब, मन कहाँ सोलह और पचपन के फेर में पड़ता है। उम्र शरीर की होती है जनाब, मन कहाँ सोलह और पचपन के फेर में पड़ता है।